Indicators on shiv chalisa lyricsl You Should Know
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किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
Chalisa is actually a forty-verse prayer committed to a certain Hindu God or Goddess. The verses of the Chalisa glorify the functions and deeds of your deities. It includes verses praying on the Lord for ending sorrow in our lives and delivers peace, wellbeing, and prosperity.
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
In spite of a single’s social standing or authority, By reciting this, they achieve purity and victory. Even those people who are childless and yearning for dreams, Will certainly obtain blessings with the grace of Lord Shiva.
अर्थ: जो कोई भी धूप, shiv chalisa lyricsl दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, Shiv chaisa इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।
अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥ तुरत षडानन आप पठायउ ।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।